यह एक ऐसा दिन है दोस्तों जिसे बेसब्री से 500 साल से इंतजार किया जा रहा था कितनी जेनरेशन निकल गई इस दिन को देखने के लिए 150 साल पहले अयोध्या में कितने लोगों ने अपनी जान गवा दी थी राम मंदिर के लिए 16 सेंचुरी 17वीं 18वीं 19वीं शताब्दी में लोगों का सपना था कि वह राम मंदिर बना हुआ देखें कितनी पीढ़ियां खत्म हो गई पर हम कितने खुश नसीब हैं कि अयोध्या में भगवान श्री राम का मंदिर हम बनता हुआ देख रहे हैं राम मंदिर को बनाने के लिए लड़ाई कितनी ज्यादा पुरानी है 500 सालों के संघर्ष के बारे में बात करेंगे और हर एक भारतीय के लिए खुशी की बात है भगवान श्री राम के पुत्र ने अयोध्या में श्री राम जी का मंदिर बनवाया था और 1528 में में अयोध्या में भगवान राम के मंदिर को तुड़वा कर वहां मस्जिद का निर्माण करवाया था 3000 मंदिर थे सीताराम की अयोध्या में कहा जाता है की 1526 में बाबर और इब्राहिम लोदी के बीच युद्ध हुआ था 1528 तक बाबर की सेना अयोध्या पहुंची और तभी उस मंदिर को तोड़ा लेकिन ढाई सौ साल होने के बाद भी सनातनी इस बात को नहीं भूल पा रहे थे कि भगवान राम के जन्म स्थान की जगह पर मंदिर तोड़ के मस्जिद कैसे बना दिया हैं !
1990 में Archaeological Survey of India ने रिपोर्ट में बताया
1826 में माउंट मेरी मार्टिन की एक रिपोर्ट आती है की मस्जिद के जो पिलर्स है वह मंदिर से ही लगाए गए उसके बाद एक ही जगह पूजा और नमाज होने लगा 1885 में यह बात अदालत तक पहुंची पर अदालत ने कुछ सुनवाई नहीं की फिर 1947 पर जब देश आजाद हुआ उसके बाद लोगों को लगा कि हमें आजादी मिल गई है अब तो राम मंदिर बनी जाएगा पर किसी भी नेता की बातों से नहीं लगा कि राम मंदिर बन जाएगा फिर 1949 में भी भारतीय जनता से पार्टी की आवाज आती है वहां श्री राम का मंदिर हम बनवाएंगे और इसी समय एक दिन हिंदू दावा करते हैं कि प्रभु राम की मूर्ति पिछले रात वहां पर प्रकट हो गई पर मुस्लिम कहते हैं कि यह रात को वहां पर प्रकट नहीं हुई इस मूर्ति को वहां पर रखा गया अब उस जगह पर वहां पर बड़ी भीड़ हो जाती है फिर 1950 में हिंदू महासभा के वकील गोपाल सिंह ने अदालत में अर्जी डाली राम जी की मूर्ति की पूजा के अधिकार के लिए 1980 में बीजेपी के आने पर राम मंदिर आंदोलन में चीजे बदलने लगती है फिर 1990 में Archaeological Survey of India ने रिपोर्ट में बताया कि जिस जगह अयोध्या में विवाद हो रहा था वहां मिले अवशेषों से प्रूफ होता है कि पहले वहां हिंदू मंदिर था और फिर कई मुसीबतो के बाद 9 जनवरी 2019 में सुप्रीम कोर्ट का फैसला की विवादित जमीन राम जन्मभूमि ट्रस्ट को दे दी जाए !
25 लाख फैमिली देश भर से अयोध्या आएंगे
यह जो स्ट्रगल है ना दोस्तों बहुत लंबा है प्रभु राम मंदिर के बनने का बहुत लोगों ने अपनी जान गवाही है इस मंदिर के बनने में 500 सालों के इंतजार के बाद अब अयोध्या में भव्य राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की जाएगी इस पल का इंतजार कितने सालों से था यह जो सपना है काफी बड़ा है और जो अभी पूरा होने वाला है दुनिया भर में रहने वाले करोड़ों हिंदुस्तानियों के लिए यह बहुत बड़ा दिन और खुशी का दिन 25 लाख फैमिली देश भर से अयोध्या आएंगे उसे दिन के लिए इस पल को अपनी आंखों से देखने के लिए तरस जाएगी और 1000 से भी ज्यादा ट्रेन चलेंगे अयोध्या के लिए नया एयरपोर्ट भी बन चुका है अयोध्या मैं आपको कुछ बातें बताता हूं मंदिर से जुड़ी जिसे सुनने के बाद आप हैरान हो जाओगे मंदिर की नींव के लिए पूरे देश से पवित्र स्थान से मिट्टी लाई गई यमुनोत्री , हल्दीघाटी केदारनाथ , बद्रीनाथ , गंगा जैसे पवित्र स्थान शामिल है !
2000 फीट मंदिर के नीचे एक टाइम कैप्सूल को रखा गया है राम जन्मभूमि अयोध्या और भगवान राम से जुड़ी कुछ बातें हैं इसके अंदर है इस टाइम कैप्सूल को जब हजारों साल बाद भी देखा जाएगा तो मंदिर से जुड़ी सारी बातें जान पाएंगे ! भगवान राम की मूर्ति कई हजारों साल पुराने शालिग्राम शिला पवन पत्थर से बनाई हुई है यह नेपाल से लाया गया है इस पत्थर को भगवान विष्णु का स्वरूप माना जाता है और भगवान राम उनके अवतार माने जाते हैं डेढ़ सौ से ज्यादा नदियों के पवित्र जल का उपयोग हुआ है इस मंदिर की नींव रखने में आठ बड़ी नदियां तीन समुद्र और श्रीलंका में 16 से भी ज्यादा पवित्र स्थान से जल लाया गया