देश में इलेक्ट्रिक टू व्हीलर को खरीदना सस्ता हो गया है इलेक्ट्रिक दुपहिया बनाने वाली कई कंपनियों ने अपने प्रमुख एंट्री लेवल मॉडल के दाम काफी घटाएं हैं कीमतों को कम करने की बड़ी वजह इलेक्ट्रिक दोपहिया को ज्यादा बनाकर उसकी बिक्री बढ़ाना है यानी मार्जिन भले ही कम रहे लेकिन वॉल्यूम बढ़ाने से ओवरऑल कमाई ज्यादा हो जाए इसी रणनीति के तहत टू व्हीलर EV के प्रमुख मॉडल के दाम 20 से 25000 तक कम किए गए हैं वही एंट्री लेवल मॉडल के दाम में 15 से 17 फ़ीसदी तक की कटौती की गई है !
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Electric Two-wheelers |
टू व्हीलर की कीमतों में आई कमी
अगर बाजार में मिलने वाले लोकप्रिय टू व्हीलर की कीमतों में आई कमी पर नजर डालें तो
ओला इलेक्ट्रिक का S1X + 110000 से ₹25000 तक कम होकर 84999 में मिल रही है
एथर 450 S 25000 रुपए की कमी के साथ 1 लाख 35 हजार रुपए से घट कर 1 लाख 9 हजार 999 मिल रहा है !
ओकय फ़ास्ट F 4 1,37,990 की जगह लाख 1,19,990 रुपए में मिल रहा है !
जेमोपाई राइडर ₹1,11 ,195 सस्ता होकर 99,195 मिल रहा है !
बैटरी की कीमत में गिरावट का फायदा भी ग्राहक को मिल रहा है इलेक्ट्रिक दो पहिया की कीमत में 40 पीसधी से ज्यादा हिस्सेदारी बैटरी की होती है 6 महीने में चीनी बैटरी की कीमतों में 40 से 50% तक कमी आई है इससे कई कंपनियों ने पूरी प्रोडक्ट रेंज की औसतन कीमतें 15 फ़ीसदी तक घटती है किंतु ज्यादा मैन्युफैक्चरर्स के बाजार में आने से बड़ा मुकाबला भी है !
EV बैटरी में दबदबा रखने वाली चीनी निर्माता का मार्केट शेयर अब घट रहा है
भारत में दुनिया के कई देशों में लिथियम के भंडार मिलने के बाद EV बैटरी में दबदबा रखने वाली चीनी निर्माता का मार्केट शेयर अब घट रहा है इसके अलावा लिथियम आयरन बैटरी के विकल्प के तौर पर दूसरी बैटरी भी तेजी से विकसित हो रही है जिससे लिथियम बैटरी की कीमतों में गिरावट आ रही है इसके साथ ही मार्च ईयर एंडिंग से पहले स्टॉक क्लियर करने के लिए भी कीमतों में कटौती की गई है आने वाले समय में पेट्रोल और EV टू व्हीलर की दर तकरीबन बराबर होने के अनुमान है दरअसल पेट्रोल टू व्हीलर निर्माता इलेक्ट्रिक दोपहिया के मॉडल बढ़ा रहे हैं फिलहाल उनकी हिस्सेदारी 5% है जो अगले दो से तीन साल में कई गुना तक बढ़ सकती है इससे भी इलेक्ट्रिक टू व्हीलर के दाम तेजी से कर सकते हैं 1